अगर आप भारतीय है तो इस खतरनाक बिमारी से सावधान रहे !!!!

सार 

भारत जनसँख्या की दृष्टि से विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश है भारत की जनसंख्या 1.2 बिलियन है | इतनी बड़ी आबादी वाले देश मे एक ऐसी बिमारी है जिस बिमारी के सबसे ज्यादा मरीज भारत मे है| वह बिमारी मधुमेह(Diabetes) है ,आप इस बिमारी की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगा सकते है की विश्वभर मे मधुमेह(Diabetes) से पीड़ित हर पाचवा व्यक्ति भारतीय है | विश्व स्वास्थ्य संगठन(W.H.O) के अनुसार विश्व मे 44.2 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित है तथा इनमे से ज्यादातर रोगी अल्पविकसित देशो से है ,मधुमेह के कारण हर साल औसतन 16 लाख लोगो की मृत्यु हो जाती है | बात भारत की करे तो आकड़ो के मुताबित 2030 तक भारत मे मधुमेह से 80 मिलियन लोग पीड़ित हो जायेंगे इसी कारण भारत को मधुमेह(Diabetes) की राजधानी कहा जाता है|



मधुमेह के लक्षण क्या है ?

  • वजन में कमी आना।
  • अधिक भूख प्‍यास व मूत्र लगना।
  • थकान, पिडंलियो में दर्द।
  • बार-बार संक्रमण होना या देरी से घाव भरना।
  • हाथ पैरो में झुनझुनाहट, सूनापन या जलन रहना।
  • नपूंसकता।

कुछ लोगों में मधुमेह होने की संभावना अधिक होती है,  जैसे मोटे व्‍यक्ति या जिनके परिवार या वंश में मधुमेह की समस्या पहले से हो या  उच्‍च रक्‍तचाप के रोगी, जो लोग व्‍यायाम या शारीरिक श्रम कम या नहीं करते हैं |शहरी व्‍यक्तियों को ग्रामीणो की अपेक्षा मधुमेह रोग होने की अधिक संभावना रहती है।

मधुमेह के बढ़ने से होने वाली परेशानिया क्या है ??? 

1. पैरों में झुनझुनी महसूस करना

ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने से आपका नर्व सिस्टम ख़राब हो सकता है, यह हाथों और पैरों की तंत्रिकाओं को बर्बाद कर देता हैं, जिसे डायबिटिक पेरिफ़ेरल न्यूरोपैथी के नाम से जाना जाता है. उँगलियों और टखनों में झुनझुनी होना, इस बीमारी के शुरूआती लक्षणों में से एक है. अगर आपको मधुमेह है और आप झुनझुनी के बाद सुन्नपन और जलन महसूस करते हैं, तो फ़ौरन स्क्रीनिंग टेस्ट करवाएं, साथ ही न्यूरोलॉजिस्ट से इसकी वजह मालूम करें.

2. घाव और छालों का होना

डायबिटिक लोगों में अपने आप छालों का होना नियंत्रित ब्लड शुगर लेवल का नतीजा होता है. डायबिटीज़ के चलते होने वाले छाले अक्सर उंगलियों, टखनों और पैरों में होते हैं. ऐसे घाव और छाले क्यों पड़ते हैं, इसकी कोई तय वजह अब तक मालूम नहीं हुई है.

3. ज़ख़्मों का जल्दी न भरना

डायबिटिज़ के चलते एक समय के बाद रक्त का संचार (ब्लड सर्कुलेशन) भी प्रभावित होता है, जिसकी वजह से शरीर का घाव जल्दी नहीं भर पाता. इसलिए अगर छोटी से छोटी चोट, घाव, छालों को भरने में समय लगता है, तो यह इस बात की चेतावनी है कि अब आपको अपने डायबिटीज़ को कंट्रोल करना चाहिए.  

4. त्वचा से जुड़ी तकलीफ़ें   

घाव भर पाने की कमज़ोर क्षमता के साथ ही, ख़राब ब्लड सर्कुलेशन की वजह से शरीर संक्रमण (इंफ़ेक्शन) से लड़ने में भी नाकामयाब होने लगता है. इसलिए अगर आपको शरीर के किसी भी हिस्से में लाल निशान, खुजली, सूजन महसूस हो, तो समझिए कि यह डायबिटीज़ की वजह से होने वाला त्वचा संबंधित संक्रमण है.

5. पैरों में सूजन  

डायबिटिक व्यक्ति के पैरों में होने वाली सूजन और क्रैम्प उसे एक तरह से डायबिटिक न्यूरोपैथी की ओर ले जाने का संकेत देते हैं. किडनी का काम होता है शरीर के अनचाहे पदार्थों को बाहर निकालना. अगर लंबे समय तक हाई ब्लड शुगर की शिकायत हो, तो इससे किडनी ख़राब हो सकती है और किडनी के काम करने की क्षमता भी प्रभावित हो सकती है. नतीजतन शरीर में अनचाहे पदार्थ इकट्ठा होने और पैरों में सूजन होने लगती है. इतना ही नहीं, गंभीर स्थिति में किडनी फ़ेल भी हो सकती है.

6. पाचन समस्या

उल्टी होना, जी मिचलाना, सूजन या डायरिया जैसे लक्षण भी डायबिटीज़ के चलते डाइजेस्टिव सिस्टम में नर्व के डैमेज होने की ओर इशारा करते हैं, या फिर ऐसा होना डाइजेस्टिव सिस्टम (पाचन तन्त्र) में ख़राब सर्कुलेशन के चलते होने वाले संक्रमण का नतीजा भी हो सकता है.

7. नज़रें धुंधली होना

मधुमेह से ग्रसित लोगों में आजकल डायबिटिक रेटिनोपैथी की शिकायत ज़्यादा देखी जा रही है. जिसमें नज़रें धुंधली होने लगती है और हम इसे अनदेखा करते हैं.[1] रक्त में संचार (ब्लड सर्कुलेशन) की समस्या डायबिटिक लोगों में काफ़ी गंभीर हो सकती है, इससे आँखों के ब्लड वेसल्स (रक्त वाहिकाएं) भी ख़राब हो सकते हैं. अगर इसका इलाज नहीं किया जाए, तो तकलीफ़ मोतियाबिंद, ग्लोकोमा और रौशनी ख़त्म होने तक पहुँच सकती है.

क्या नहीं खाना चाहिए ?

ग्लूकोज़, चीनी, जैम, गुड़, मिठाइयां, आइसक्रीम, केक, पेस्ट्रीज़ और चॉकलेट, तला हुआ भोजन या प्रोसेस्‍ड फ़ूड भी इसमें नुक़सान देते हैं. अल्कोहल का सेवन या कोल्‍ड ड्रिंक भी डायबिटीज़ के मरीजों के लिए हानिकारक है. मधुमेह रोगियों को धूम्रपान से दूर रहने के साथ ही सूखे मेवे, बादाम, मूंगफली, आलू और शकरकंद जैसी सब्ज़ियां बहुत कम या बिल्‍कुल नहीं खाना चाहिए. फलों में केला, शरीफा, चीकू, अंजीर और खजूर से परहेज करना चाहिए.


Diabetes

क्‍या खाएं?

-सलाद के साथ ही सब्ज़ियों में मेथी, पालक, करेला, बथुआ, सरसों का साग, सोया का साग, सीताफल, ककड़ी, तोरई, टिंडा, शिमला मिर्च, भिंडी, सेम, शलजम, खीरा, ग्‍वारफली, चने का साग और गाजर आदि लाभदायक हैं.
-इसके अलवा उन्‍हें फ़ाइबर व ओमेगा थ्री फ़ैटी एसिड युक्‍त आहार का भी ज़्यादा से ज़्यादा सेवन करना चाहिए.
-नॉनवेज में तंदूरी या उबले मुर्गे का मीट और मछली को उबालकर या भूनकर खा सकते हैं. एक-दो अंडे भी आप खा सकते हैं|

मधुमेह का उपचार 

मधुमेह का उपचार डाक्टर की सलाह लेकर उनकी निगरानी मे करे मधुमेह एक बहुत गंभीर बिमारी है और इसका इलाज ONLINE नहीं किया जा सकता |


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